19 वर्ष पश्चात रक्षा बंधन व स्वतंत्रता दिवस एक ही दिन मनाया जाएगा Raksha Bandhan
19 वर्ष पश्चात रक्षा बंधन व स्वतंत्रता दिवस एक ही दिन मनाया जाएगा
रक्षाबंधन पर्व 15 अगस्त सावन माह के शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि गुरुवार श्रवण नक्षत्र को मनाया जाएगा।इसी के साथ श्रावण माह समाप्त होकर 16 अगस्त से भाद्रपद माह कृष्णपक्ष का प्रारंभ होगा।पूर्णिमा तिथि 14 अगस्त शाम 3: 45 से प्रारंभ होकर 15 अगस्त शाम 5: 58 तक रहेगी।
इस बार 19 साल बाद रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस एक साथ मनाया जाएगा
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया की स्वतंत्रता दिवस के साथ भाई-बहन के प्यार का पर्व मनाया जाएगा। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं है। इसलिए पूरा दिन राखी बांधने के लिए शुभ रहेगा। कई ऐसे संयोग बनेंगे, जिससे इस पर्व का महत्व और बढ़ जाएगा।
चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र का संयोग बहुत ख़ास रहेगा। जिसके चलते पर्व की महत्ता और अधिक बढ़ेगी।
रक्षा बंधन के 4 दिन पहले ही गुरु मार्गी होकर सीधी चाल चलने लगे है। श्रवण नक्षत्र, सौभाग्य योग, बव करण के साथ सूर्य कर्क राशि में और चंद्रमा मकर राशि में होंगे। ये सभी शुभ संयोग मिलकर इस बार रक्षाबंधन को खास बना रहे हैं।
रक्षाबंधन पर लगभग 13 घंटे तक शुभ मुर्हूत रहेगा। जबकि दोपहर 1:43 से 4:20 तक राखी बांधने का विशेष फल मिलेगा।
इस बार बहनों को भाई की कलाई पर प्यार की डोर बांधने के लिए मुहूर्त का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इस बार राखी बांधने के लिए काफी लंबा मुहूर्त मिलेगा। 15 अगस्त की सुबह 5 बजकर 49 मिनट से शाम 5 बजकर 58 मिनट तक राखी बांध सकेंगी। राखी बांधने के लिए 12 घंटे 9 मिनट का समय मिलेगा। शुभ मुहूर्त दोपहर में साढ़े तीन घंटे रहेगा।।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा
९३०२३२५२२२
रक्षाबंधन पर्व 15 अगस्त सावन माह के शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि गुरुवार श्रवण नक्षत्र को मनाया जाएगा।इसी के साथ श्रावण माह समाप्त होकर 16 अगस्त से भाद्रपद माह कृष्णपक्ष का प्रारंभ होगा।पूर्णिमा तिथि 14 अगस्त शाम 3: 45 से प्रारंभ होकर 15 अगस्त शाम 5: 58 तक रहेगी।
इस बार 19 साल बाद रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस एक साथ मनाया जाएगा
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया की स्वतंत्रता दिवस के साथ भाई-बहन के प्यार का पर्व मनाया जाएगा। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं है। इसलिए पूरा दिन राखी बांधने के लिए शुभ रहेगा। कई ऐसे संयोग बनेंगे, जिससे इस पर्व का महत्व और बढ़ जाएगा।
चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र का संयोग बहुत ख़ास रहेगा। जिसके चलते पर्व की महत्ता और अधिक बढ़ेगी।
रक्षा बंधन के 4 दिन पहले ही गुरु मार्गी होकर सीधी चाल चलने लगे है। श्रवण नक्षत्र, सौभाग्य योग, बव करण के साथ सूर्य कर्क राशि में और चंद्रमा मकर राशि में होंगे। ये सभी शुभ संयोग मिलकर इस बार रक्षाबंधन को खास बना रहे हैं।
रक्षाबंधन पर लगभग 13 घंटे तक शुभ मुर्हूत रहेगा। जबकि दोपहर 1:43 से 4:20 तक राखी बांधने का विशेष फल मिलेगा।
इस बार बहनों को भाई की कलाई पर प्यार की डोर बांधने के लिए मुहूर्त का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इस बार राखी बांधने के लिए काफी लंबा मुहूर्त मिलेगा। 15 अगस्त की सुबह 5 बजकर 49 मिनट से शाम 5 बजकर 58 मिनट तक राखी बांध सकेंगी। राखी बांधने के लिए 12 घंटे 9 मिनट का समय मिलेगा। शुभ मुहूर्त दोपहर में साढ़े तीन घंटे रहेगा।।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा
९३०२३२५२२२
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