Hariyali amawas 125 वर्षो बाद हरियाली अमावस पर बनेगा पंच महायोग
125 वर्षो बाद हरियाली अमावस पर बनेगा पंच महायोग
1 अगस्त गुरुवार हरियाली अमावस पर पंच महायोग जिसमे सिद्धि योग, शुभ योग, गुरु पुष्यामृत योग, सर्वार्थसिद्धि योग, अमृतसिद्धि योग का सयोंग बन रहा है।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि इस दिन कर्क राशि मे शुक्र, चंद्र, सूर्य पुष्य नक्षत्र में तथा मंगल अश्लेषा नक्षत्र में विचरण कर चतुर्थ ग्राही योग बना रहे है । यह संयोग 125 वर्ष पूर्व सन 1894 में 1अगस्त बुधवार को सूर्य चंद्र पुष्य नक्षत्र में व बुध पुनर्वसु नक्षत्र कर्क राशि मे योग बना था।
पांच महायोग के संयोग में शिव व शक्ति की पूजा का महत्व होता है। इस दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए बिल्व पत्र, केसर युक्त चंदन, पांच मेवा, धतूरे के फूल, पंचामृत आदि से अभिषेक करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। तथा सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति मिलती है।
जिनकी कुंडली मे कालसर्प दोष, शनि की दशा व पित्र दोष हो उन्हें हरियाली अमावस के दिन शिवलिंग पर पंचामृत अवश्य चढ़ाना चाहिए।
हरियाली अमावस्या प्रकृति का पर्व
हरियाली अमावस्या प्रकृति का पर्व होने के कारण इस दिन पौधरोपण करने से विशेष फल मिलता है। हरियाली अमावस पर पीपल के पेड़ की पूजा कर 3 परिक्रमा लगाना चाहिए व मालपुए का भोग लगाएं।
इस दिन स्वस्थ तन व मन के लिये नीम का पेड़ लगाए। सुख प्राप्ति के लिए तुलसी का पौधा लगाए। संतान सुख के लिए केले का पेड़ और धन प्राप्ति के लिए आँवले का पेड़ लगाए।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा
1 अगस्त गुरुवार हरियाली अमावस पर पंच महायोग जिसमे सिद्धि योग, शुभ योग, गुरु पुष्यामृत योग, सर्वार्थसिद्धि योग, अमृतसिद्धि योग का सयोंग बन रहा है।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि इस दिन कर्क राशि मे शुक्र, चंद्र, सूर्य पुष्य नक्षत्र में तथा मंगल अश्लेषा नक्षत्र में विचरण कर चतुर्थ ग्राही योग बना रहे है । यह संयोग 125 वर्ष पूर्व सन 1894 में 1अगस्त बुधवार को सूर्य चंद्र पुष्य नक्षत्र में व बुध पुनर्वसु नक्षत्र कर्क राशि मे योग बना था।
पांच महायोग के संयोग में शिव व शक्ति की पूजा का महत्व होता है। इस दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए बिल्व पत्र, केसर युक्त चंदन, पांच मेवा, धतूरे के फूल, पंचामृत आदि से अभिषेक करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। तथा सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति मिलती है।
जिनकी कुंडली मे कालसर्प दोष, शनि की दशा व पित्र दोष हो उन्हें हरियाली अमावस के दिन शिवलिंग पर पंचामृत अवश्य चढ़ाना चाहिए।
हरियाली अमावस्या प्रकृति का पर्व
हरियाली अमावस्या प्रकृति का पर्व होने के कारण इस दिन पौधरोपण करने से विशेष फल मिलता है। हरियाली अमावस पर पीपल के पेड़ की पूजा कर 3 परिक्रमा लगाना चाहिए व मालपुए का भोग लगाएं।
इस दिन स्वस्थ तन व मन के लिये नीम का पेड़ लगाए। सुख प्राप्ति के लिए तुलसी का पौधा लगाए। संतान सुख के लिए केले का पेड़ और धन प्राप्ति के लिए आँवले का पेड़ लगाए।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा
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