deepawali puja kaise kare

*14 को मनाया जाएगा दियो का पर्व दीवाली*
दीवाली का पावन पर्व कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है जो कि शनिवार 14 नवम्बर को मनाया जाएगा। अमावस तिथि का
प्रारम्भ  14 नवंबर  को दोपहर 02:17 बजे से होगा। और अमावस्या तिथि की 15 नवंबर सुबह 10:36 बजे समाप्त होगी।
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- 17:28 से 19:24
प्रदोष काल- 17:28 से 20:07 बजे तक रहेगा
दिवाली पर मां लक्ष्मी अपने भक्तों के घर पधारती हैं और आपके घर को धन-धान्य से भर देती हैं। इस दिन विधिवत् मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन, वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि दीवाली का पर्व पांच दिन मनाया जाता है। लेकिन इस वर्ष यह चार दिन का ही रहेगा।जिसका प्रारम्भ कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रियोदशी तिथि धनतेरस 13 नवम्बर से होगा। दूसरा दिन 14 नवंबर को छोटी व बड़ी दीवाली तथा रूप चौदस एक ही दिन मनाई जाएगी। 15 नवंबर  तीसरे दिन गोवर्धन पूजा यानी अन्नकूट का है। जिसका पूजा मुहूर्त शाम 3:19 से शाम 5:27 बजे तक रहेगा। चौथे दिन 16 नवंबर को भाईदूज का त्योहार मनाया जाएगा।
*दीपावली पूजन विधि*
एक चौकी लें उस पर साफ कपड़ा बिछाकर मां लक्ष्मी, सरस्वती व गणेश जी की प्रतिमा रखें। मूर्तियों का मुख पूर्व या पश्चिम की तरफ होना चाहिए।
– अब हाथ में थोड़ा गंगाजल लेकर उनकी प्रतिमा पर छिड़क दें।
जल अपने आसन और अपने आप पर भी छिड़कें।
– इसके बाद मां पृथ्वी को प्रणाम करें और आसन पर बैठकर हाथ में गंगाजल लेकर पूजा करने का संकल्प लें। इसके बाद एक जल से भरा कलश लें जिसे लक्ष्मी जी के पास चावलों के ऊपर रखें। कलश पर मौली बांधकर ऊपर आम का पल्लव रखें। साथ ही उसमें सुपारी, दूर्वा, अक्षत, सिक्का रखें।अब इस कलश पर एक नारियल रखें। नारियल लाल वस्त्र में इस प्रकार लपेटें कि उसका अग्रभाग दिखाई देता रहे। अब नियमानुसार सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें। फिर लक्ष्मी जी की अराधना करें। इसी के साथ देवी सरस्वती, भगवान विष्णु, मां काली और कुबेर की भी विधि विधान पूजा करें।
– पूजा करते समय 11 या 21 छोटे सरसों के तेल के दीपक और एक बड़ा दीपक जलाना चाहिए। एक दीपक चौकी के दाईं ओर एक बाईं ओर रखना चाहिए। भगवान के बाईं तरफ घी का दीपक जलाएं। और उन्हें फूल, अक्षत, जल और मिठाई अर्पित करें।
– अंत में गणेश जी और माता लक्ष्मी की आरती उतार कर भोग लगाकर पूजा संपन्न करें। जलाए गए 11 या 21 दीपकों को घर के सभी दरवाजों के कोनों में रख दें।इस दिन पूजा घर में पूरी रात एक घी का दीपक भी जलाया जाता है।
*पूजा में इन चीज़ों का रखे ध्यान*
सफेद फूल
जब आप अपनी पूजा की थाली तैयार करें तो आप बाजार से सफेद फूल लेकर जरुर आएं. मां लक्ष्मी को सफेद फूल चढ़ाए जाते हैं, आप चाहें तो मां को मोगरा अर्पित कर सकते हैं, उन्हें ये फूल पसंद भी है.
कमल का फूल
मां लक्ष्मी को कमल का फूल बहुत प्रिय है, उनकी पूजा करते समय कमल के फूल को जरूर अर्पित करें
कौड़ियां
दीपावली की रात मां लक्ष्मी की पूजा में सफेद कौड़ियां जरूर रखनी चाहिए, मां लक्ष्मी को सफेद कौड़ियां बहुत प्रिय हैं। पूजा के पश्चात इन कैदियों को अपनी तिजोरी में रख दे।
हल्दी की गांठ
हल्दी की गांठ लाल कपड़े में लपेट कर  मां लक्ष्मी के पूजन में जरूर रखना चाहिए। मां को साबुत हल्दी यानी हल्दी की गांठ बहुत प्रिय है. हल्दी की गांठ घर में मंगलकार्यो का मौका लाती है औऱ धन की आवक बढ़ाती है।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा
9302325222

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