#Narsimha jayanti on 6th May 2020
*नृसिंह जयंती 6 मई को चित्रा नक्षत्र में मनाई जाएगी*
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 6 मई बुधवार को चित्रा नक्षत्र सिद्धि योग में नृसिंह जयंती के रूप में मनाई जाएगी। चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 5 मई रात्रि 11:20 बजे से प्रारंभ होकर 6 मई शाम 7:45 तक रहेगा। इसी दिन पूर्णिमा भी मनाई जाएगी।
भगवान श्री नृसिंह शक्ति तथा पराक्रम के प्रमुख देवता हैं, पौराणिक मान्यता एवं धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इसी तिथि को भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लेकर दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप का वध किया था।
नृसिंह, भगवान विष्णु के क्रोधावतार हैं। भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप पर क्रोध करते हुए उसे मारने के लिए ये अवतार लिया था। चूंकि, क्रोध से भगवान नृसिंह का शरीर जलता है, इसलिए उन्हें ठंडी चीजें अर्पित की जाती हैं
इसी पावन दिवस को भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए भगवान विष्णु ने नृसिंह रूप में अवतार लिया तथा दैत्यों का अंत कर धर्म कि रक्षा की
नरसिंह अवतार में भगवान विष्णु ने आधा मनुष्य व आधा शेर का शरीर धारण किया।
नृसिंह जयंती के दिन व्रत-उपवास एवं पुजा अर्चना अपने घर मे रहकर ही करें। इस दिन प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए तथा भगवान नृसिंह की विधी विधान के साथ पूजा अर्चना करें। भगवान नृसिंह तथा लक्ष्मीजी की मूर्ति स्थापित करना चाहिए तत्पश्चात वेदमंत्रों से इनकी प्राण-प्रतिष्ठा कर षोडशोपचार से पूजन करना चाहिये।भगवान नरसिंह जी की पूजा के लिए फल, पुष्प, पंचमेवा, कुमकुम केसर, नारियल, अक्षत व पीताम्बर रखें. गंगाजल, काले तिल, पञ्च गव्य का पूजन में उपयोग करें।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा
9302325222
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