Akshay tritiya 26 april ko kaise manaye
*26 अप्रैल अक्षय तृतीया पर बन रहे कई राजयोग*
26 अप्रैल शुक्लपक्ष के रविवार रोहिणी नक्षत्र, शोभन योग में तृतीया तिथि मनाई जाएगी। तृतीया तिथि 25 अप्रेल को सुबह 11:50 बजे से प्रारम्भ होकर 26 अप्रैल दोपहर 1:21 बजे तक रहेगी।
हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। धार्मिक रूप से विशेष महत्व रखने वाली अक्षय तृतीया वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस साल की अक्षय तृतीया कई मयानों में विशेष रहने वाली है। अक्षय तृतीया पर कई राजयोग बन रहे हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष अक्षय तृतीया पर रोहिणी नक्षत्र के साथ अबूझ मुहूर्त पड़ रहा है जो बेहद शुभ माना जा रहा है। लोकभाषा में इसे आखातीज या वैशाख तीज भी कहा जाता है। त्रेता और सतयुग का आरम्भ भी इसी तिथि को हुआ था,इसलिए इसे कृतयुगादि तृतीया भी कहते हैं।
इस तिथि की अधिष्ठात्री देवी पार्वती हैं। तृतीया तिथि को पार्वती जी ने अमोघ फल देने की सामर्थ्य का आशीर्वाद दिया था। उस आशीर्वाद के प्रभाव से इस तिथि को किया गया कोई भी कार्य निष्फल नहीं होता। व्यापार आरम्भ, गृह प्रवेश, वैवाहिक कार्य, सकाम अनुष्ठान, दान-पुण्य, पूजा-पाठ अक्षय रहता है
इसी दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है।हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान विष्णु के छठें अवतार भगवान परशुराम का जन्म हुआ था।
अक्षय तृतीया पर ही मां गंगा का धरती पर आगमन हुआ था।
बदरीनाथ धाम के कपाट भी अक्षय तृतीया के दिन ही खोले जाते हैं।
*इस दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए ऐसे करें पूजा*
अक्षय तृतीया के दिन लोकडाउन 2 के चलते घर में रहकर ही पूजा करे।सुख, शांति, सौभाग्य तथा समृद्धि हेतु इस दिन शिव-पार्वती और नर-नारायण के पूजन का विधान है। इस दिन श्रद्धा विश्वास के साथ व्रत रखे। पूजन करते समय उन पर लाल फूल भी चढ़ाएं। ऐसा करने के बाद महालक्ष्मी के मंत्र 'ऊं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्मयै नम:" मंत्र की एक माला कमलगट्टे की माला से जाप करें। इसके बाद मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनकी आरती करें।
अतः सुखद गृहस्थ की कामना से जो भी विवाहित स्त्री-पुरुष इस दिन मां गौरी व संपूर्ण शिव परिवार की पूजा करते हैं उनके सौभाग्य में वृद्धि होती है। यदि अविवाहित इस दिन श्रद्धा एवं विश्वास के साथ प्रभु शिव व माता गौरी को परिवार सहित शास्त्रीय विधि से पूजते हैं, उन्हें सफल व सुखद वैवाहिक सूत्र में जुड़ने का पवित्र अवसर मिलता है।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा
9302325222
Comments
Post a Comment