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Showing posts from October, 2019

guru transit in Dhanu rashi, 5 नवंबर को गुरु अपनी ही राशि धनु राशि मे गोचर करेंगे

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5 नवंबर को गुरु अपनी ही राशि धनु राशि मे गोचर करेंगे गुरु ग्रह 5 नवंबर, मंगलवार 00:03 बजे अपनी राशि धनु में गोचर करेंगे। और 29 मार्च 2020, रविवार रात्रि 19:08 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेंगे। गुरु बृहस्पति के इस राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर होगा। गुरु गोचर आपके जीवन में परिवर्तन लेकर आएगा। ये परिवर्तन आपकी राशि के अनुसार दोनों तरह (सकारात्मक और नकारात्मक) के हो सकते हैं, ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि गुरु ग्रह एक शुभ ग्रह है। इन्हें देवताओं का गुरू कहा गया है। ये वृद्धि, ज्ञान, प्रचुरता एवं उदार भाव के कारक माने जाते हैं। वहीं राशियों में धनु और मीन राशि पर इनका आधिपत्य है। कुंडली में बृहस्पति ग्रह बलवान हो तो जातक के ज्ञान में वृद्धि होती है। साथ ही इसके प्रभाव से व्यक्ति का वैवाहिक जीवन सुखी रहता है। यह धन संपत्ति और संसाधनों में वृद्धि करता है। धनु राशि मे पहले से ही शनि एवं केतु विराजमान है। 5 नवम्बर से इन तीन ग्रहो की युति बनेगी। 24 जनवरी को शनि के मकर राशि मे जाने से दो ग्रह गुरु व केतु धनु राशि मे रहेंगे। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा

Dhanteras par kya kare, धनतेरस पर चल अचल संपत्ति खरीदने पर तेरह गुना वृद्धि होती है

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धनतेरस पर चल अचल संपत्ति खरीदने पर तेरह गुना वृद्धि होती है धनतेरस 5 दिवसीय दिवाली त्यौहार के शुरूआत का प्रतीक है। यह हिंदू महीने कार्तिक में तेरहवें दिन मनाई जाती है। 25 अक्टूबर शुक्रवार त्रियोदशी तिथि के दिन धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा। त्रियोदशी तिथि कार्तिक माह के कृष्णपक्ष शुक्रवार 25 अकटुबर को शाम 07 : 08 बजे से प्रारंभ होकर 26 अक्टूबर शाम 03:46 बजे तक रहेगी।  25 अक्टूबर की सुबह द्वादशी तिथि और शाम को धनतेरस रहेगी। पंचांग भेद से 26 को रूप चौदस रहेगी।27 अक्टूबर को भी सुबह रूप चौदस रहेगी और प्रदोष कालीनअमावस्या रात में होने से दीपावली 27 को ही मनेगी धनतेरस शुभ मुहूर्त धनतेरस खरीददारी व पूजन मुर्हुत - 19:08 बजे से 20:13 बजे तक प्रदोष काल - 17:38 से 20:13 बजे तक वृषभ काल - 18:50 से 20:45 बजे तक रहेगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन के समय महर्षि धन्वंतरि अमृत कलश लेकर अवतरित हुए थे। इसीलिए इस दिन बर्तन खरीदने की प्रथा प्रचलित हुई। यह भी माना जाता है कि धनतेरस के शुभावसर पर चल या अचल संपत्ति खरीदने से धन में तेरह गुणा वृद्धि होती है बर्तन खरीदने की परंपरा को पूर्ण अ...

shardiye Navmi Puja, महा नवमी के दिन करे कन्याओं जी पूजा

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महा नवमी के दिन करे कन्याओं जी पूजा शारदीय नवरात्रि में देवी दुर्गा के नौ रूपों के पूजन के बाद नवमी तिथि के दिन मां दुर्गा को विदाई दी जाती है। इस दिन को महानवमी के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल नवरात्रि में महानवमी 7 अक्टूबर की पड़ रही है. 6 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 56 मिनट से नवमी तिथि शुरू होकर 7 अक्टूबर सुबह 12 बजकर 40 मिनट पर समाप्त होगी। देश के कई हिस्सों में लोग अष्टमी की पूजा करते हैं यानी मां दुर्गा को अष्टमी पर विदाई देते हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग आठवां नवरात्रि 6 अक्टूबर  दिन रविवार दोपहर 03:05 से 07 अक्टूबर सुबह 05:46 तक रहेगा। तथा सर्वार्थ सिद्धि तिथि : नवमी, महानवमी नवरात्रि 7 अक्टूबर  दिन सोमवार  शाम 05:26 से 8 अक्टूबर सुबह 05:46 तक रहेगी।  ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया की महानवमी के दिन छोटी बच्चियों को मां का रूप मानते हुए उनकी पूजा की जाती है. साथ ही उनका आशिर्वाद लिया जाता है. यह दिन काफी शुभ माना गया है. इस दिन पूजा-पाठ करने से भक्तों से सिर पर मां दुर्गा की कृपा बरसती है और सभी परेशानियां दूर होती है।  इस दिन घर में छ...