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Showing posts from August, 2022

mitti ke ganpati kare sthapit

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* मिट्टी के गणपति विराजमान करना शास्त्रसम्मत* गणेश चतुर्थी पर मिट्टी के गणेश ही स्थापित करने चाहिए। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि मिट्टी की मूर्ति में पंचतत्व होते हैं इसलिए पुराणों में भी ऐसी प्रतिमा की पूजा का ही विधान बताया गया है। ग्रंथों में मिट्टी को पवित्र माना गया है। जानकारों का कहना है कि कलयुग में मिट्टी की प्रतिमा को ही ज्यादा महत्व बताया गया है। ऐसी मूर्ति में भगवान गणेश के आवाहन और पूजा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शिवपुराण का कहना है कि देवी पार्वती ने पुत्र की इच्छा से मिट्टी का ही पुतला बनाया था, फिर शिवजी ने उसमें प्राण डाले थे। वो ही भगवान गणेश थे। शिव महापुराण में धातु की बजाय पार्थिव और मिट्‌टी की मूर्ति को ही महत्व दिया है। मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा की पूजा करने से कई यज्ञों का फल मिलता है। केमिकल से बनी या प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तिपूजा शास्त्रसम्मत नही है।  इन मूर्तियों का विसर्जन करने पर नदियों, समुद्र और नहरों में न जाने कितना ही प्रदूषण हम अनजाने में फैला देते हैं।पर्यावारण को ध्यान में रखते हुए इस बार इको फ्रेंडली गणेशा को घर ला...

shanichri amavasya 27 August 2022

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* शनिचरी अमावस शिव योग व पद्म योग में 27 को पड़ेगी* भाद्रपद महीने में पड़ने वाली शनि अमावस्या 27 अगस्त को पड़ेगी। यह इस साल की अंतिम शनि अमावस्या होगी।  ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि इस शनैश्चरी अमावस्या के दिन दो बहुत ही दुर्लभ योगों शिव योग और पद्म योग का निर्माण हो रहा है। शनि अमावस पर बोहरापुर नवग्रह मंदिर व जीवाजीगंज नवग्रह मंदिर पर भक्तों का मेला लगेगा। और ग्वालियर के पास बामौर के ऐति मंदिर पर भक्त गण दर्शन करने दूर दूर से आते है। भाद्रपद अमावस्या तिथि की शुरुआत शुक्रवार, 26 अगस्त को दोपहर 12:23 बजे से होगी और इसका समापन शनिवार, 27 अगस्त 2022 को दोपहर 01:46 बजे होगा।  अमावस्या तिथि के दिन शनिदेव की उपासना के साथ-साथ पितृ तर्पण, पिंड दान आदि करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि, सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।  मान्यता है कि यह दिन पितृ दोष, काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए भी खास होता है। शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित माना गया है। ऐसे में शनिश्चरी अमावस्या का दिन शनि की महादशा से पीड़ित राशियों के लिए खास माना गया है। जिन जातकों की साढ़...

Hartalika teej on 30 agust 2022

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हरतालिका तीज व्रत से पति-पत्नी के बीच बढ़ता है प्रेम हरतालिका तीज व्रत भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को 30 अगस्त 2022 को रखा जाएगा। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन मां गौरा और भगवान शिव जी की विधि पूर्वक पूजा की जाती है। ये व्रत सुहागिन महिलाओं के द्वारा सुख-सौभाग्य की कामना के लिए रखा जाता है। वहीं कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की कामना के साथ इस व्रत को रखती हैं। ये निर्जला व्रत होता है। इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं करवा चौथ की ही तरह शाम को चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है और पति-पत्नी के बीच आपसी प्रेम बढ़ता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार कर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं। *हरतालिका तीज शुभ मुहूर्त * भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 29 अगस्त दिन सोमवार को दोपहर 03 बजकर 20 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 30 अगस्त मंगलवार को दोपहर 03 ...

कजरी तीज 14 अगस्त को मनाई जाएगी

* सर्वार्थसिद्धि योग में 14 को मनेगी कजरी तीज* कजरी तीज का त्योहार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 14 अगस्त रविवार को मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि तृतीया तिथि 13 अगस्त की मध्य रात्रि 12 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर 14 अगस्त की रात 10 बजकर 35 मिनट तक रहेगी। इस बार कजरी तीज का त्योहार 14 अगस्त को ही मनाया जाएगा। इसी दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी बन रहा है जो 14 को रात्रि 09:56 से 15 को सुबह 05:49 तक रहेगा। हिंदू कैलेंडर में श्रावण मास के बाद भाद्रपद का महीना आता है। भाद्रपद को भादो भी कहते हैं। इसमें कई खास व्रत-त्योहार आते हैं। इन्हीं में से एक है कजरी तीज, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज का त्योहार मनाने की परंपरा है। कजरी तीज के दिन सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं। हालांकि कुवांरी लड़कियों के लिए भी इस व्रत को बहुत फलदायी माना गया है। ऐसी मान्यताएं हैं कि शादीशुदा या कुंवारी लड़कियां अगर सच्चे मन से कजरी तीज का उपवास करें तो उन्हें सौभाग्यवती का वरदान प्राप्त होता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वत...